केशो विश्वकर्मा : ये दादा नथुनी विश्वकर्मा के पोते और बासुदेव विश्वकर्मा के दूसरे बेटे थे. रोजी – रोजगार की मजबूरी ने इन्हें अपने गांव दौलतपुर सिमरी से दूर कर दिया था. जानकारी के मुताबिक ये टाटा में काम किया करते थे. इनके दो बेटे हुए. ये लोग भी बाहर ही रह गए.
बेटों के नाम उपलब्ध नहीं हैं.
नोट : दौलतपुर सिमरी गांव से जुड़े अपने विश्वकर्मा परिवार की सभी पुरानी और नई जानकारी समेटने की हमारी कोशिश लगातार जारी है. अगर आपको इसमें कुछ भी त्रुटिपूर्ण या जानकारी अधूरी लगती है तो आपसे निवेदन है कि दिए गए ईमेल ( vishwakarmavanshawali@gmail.com ) पर हमें सूचित करें. ताकि संशोधन कर इसे अपडेट किया जा सके.
बेटों के नाम उपलब्ध नहीं हैं.
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