राधा विश्वकर्मा : पिता नथुनी विश्वकर्मा की दूसरी पत्नी से जन्म लेने वाले ये एकमात्र बेटे थे. काम – धंधा कुछ भी नहीं करते थे. शायद यही कारण है कि इनकी किस्मत ने भी इनका साथ नहीं दिया. बेटा तो नहीं हुआ, पर एक बेटी थी, जिनकी शादी बनारस में हुई है. इनकी मौत भी अपने गांव – घर में नहीं हुई. कहां – कैसे हुई किसी को नहीं पता.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
टेका राम मिस्त्री
स्वर्गीय टेका राम मिस्त्री : दौलतपुर सिमरी गांव में विश्वकर्मा परिवार को सबसे पहले बसाने का श्रेय इन्हें ही जाता है. कहा जाता है कि साल 171...
-
स्वर्गीय टेका राम मिस्त्री : दौलतपुर सिमरी गांव में विश्वकर्मा परिवार को सबसे पहले बसाने का श्रेय इन्हें ही जाता है. कहा जाता है कि साल 171...
-
स्वर्गीय बालगोविन्द विश्वकर्मा के चार पुत्र थे 1. धन्नूराम मिस्त्री : ये शुरुआत में असम के तरफ रहते थे और वहीँ नौकरी करते थे. बाद मे...
-
रामधारी विश्वकर्मा : ये रामनाथ विश्वकर्मा के मंझले बेटे थे. शुरू में इन्होंने कुछ सालों तक नौकरी की थी. फिर पिता के कहने पर गांव लौट आए और ...
No comments:
Post a Comment