सखीचंद विश्वकर्मा : ये मन्नू मिस्त्री के बड़े सुपुत्र थे. गांव में ही ये खेतों में काम आने वाली लोहे से बनी वस्तुएं जैसे हसुआ, खुरपी आदि औजारों का निर्माण करते थे. इनका कोई बेटा नहीं था. बस एक बेटी थी.
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