गोपीचंद विश्वकर्मा: जन्नुराम मिस्त्री के ये बड़े पुत्र थे. संतान के रूप में इन्हें सिर्फ एक बेटी हुई. एक भी बेटा नहीं होने से इस खानदान में इनका वंश आगे नहीं बढ़ सका और यही समाप्त हो गया. इनकी होनेवाली एकमात्र बेटी (पनकुड़ी बुआ) की शादी आरा में एक स्टेशन मास्टर से हुई थी.
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